- लखन यादव, रूबी यादव और प्रदीप यादव के नामों वाला मैसेज सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा
- मैसेज में विकास को थप्पड मारने वाले पुलिसकर्मी और महाकाल थाना प्रभारी का नाम गलत है
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दैनिक भास्कर
Jul 11, 2020, 07:53 PM IST
क्या वायरल: विकास दुबे केस से जुड़ा एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें तीन नामों लखन यादव, प्रदीप यादव और रूबी यादव का जिक्र है।
मैसेज में दावा किया गया है कि- विकास की पहचान करने वाले का नाम लखन यादव, उसे थप्पड़ मारने वाले पुलिसकर्मी का नाम प्रदीप यादव और गिरफ्तार करने वाली उज्जैन की थाना प्रभारी का नाम रूबी यादव था। मैसेज को जाति वाले एंगल से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
दावे से जुड़े ट्वीट
सुने हैं, विकास दुबे को लखन यादव ने पहचाना, कमांडो प्रदीप यादव ने थप्पड़ जड़ा और उज्जैन थानाप्रभारी रूबी यादव ने गिरफ्तार किया है।
ये तो जातिवाद है?
— Putan Singh yadav (@PutanSinghyad11) July 11, 2020
सुने हैं, विकास दुबे को लखन यादव ने पहचाना, कमांडो प्रदीप यादव ने थप्पड़ जड़ा और उज्जैन थानाप्रभारी रूबी यादव ने गिरफ्तार किया है।
ये तो जातिवाद हो गया भाई pic.twitter.com/7ovyQ3rFQu
— Rishikesh Yadav (@Rishike85128624) July 10, 2020
सुने हैं, विकास दुबे को लखन यादव ने पहचाना, कमांडो प्रदीप यादव ने थप्पड़ जड़ा और उज्जैन थानाप्रभारी रूबी यादव ने गिरफ्तार किया है।
ये तो जातिवाद है?
— अजीत यदुवंशी (@ajeetya65032021) July 10, 2020
विकास दुवे को महाकाल मंदिर में गार्ड #लखन_यदाव ने पहचाना ,कमांडो #कमांडो_प्रदीप_यादव ने थप्पड़ जड़ा एवं उज्जैन थाना प्रभारी #रुबी_यादव ने गिरफ्तार किया और अंत मे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट #अभय_यादव ने विकाश दुवे को ढेर किया।
आप सभी वीर यदुकुल के अमिट चिराग हो। pic.twitter.com/TCfjkTf1gy— आशुतोष अहीर यादव (राष्ट्रीय स्वयंसेवक) (@ashutosh8847) July 10, 2020
विकास दुबे को लखन यादव ने पहचाना, कमांडो प्रदीप यादव ने थप्पड़ जड़ा और उज्जैन थानाप्रभारी रूबी यादव ने गिरफ्तार किया है। विकास दुबे का एनकाउंटर भी अभय यादव ने किया।
#Proud_To_Be_Yadav#अहीर_रेजिमेंट_हक़_है_हमारा@yadavakhileshpic.twitter.com/u6gU3SdPoU
— 🅰️K. Yadav (@i_akshaysp) July 10, 2020
फेसबुक पर भी इस दावे से जुड़े पोस्ट किए जा रहे हैं
फैक्ट चेक पड़ताल
- वायरल मैसेज की सत्यता जांचने के लिए हमने सबसे पहले विकास दुबे केस से जुड़ी खबरों को पढ़ा। इन खबरों से ही वायरल मैसेज में किए गए तीन दावों की सच्चाई सामने आ गई।
- पहला दावा– विकास दुबे को लखन यादव ने पहचाना। दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 9 जुलाई को प्रकाशित खबर के अनुसार विकास दुबे को पहचानने वाले का नाम लखन है। अन्य खबरों में गार्ड का पूरा नाम लखन यादव भी बताया गया है। इस तरह विकास दुबे को पहचानने वाले शख्स का नाम वायरल मैसेज में सही है।
- दूसरा दावा :विकास दुबे को थप्पड़ मारने वाले पुलिसकर्मी का नाम प्रदीव यादव है। उज्जैन में पुलिस की हिरासत में आने के बाद विकास दुबे चिल्लाकर कह रहा था – मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला, इसके बाद उसे पकड़े हुए पुलिसकर्मी ने विकास को थप्पड़ मारा था। थप्पड़ मारते हुए पुलिसवाले का वीडियो खूब वायरल हुआ था। इंडिया टुडे के यूट्यूब चैनल UP TAK पर उस पुलिसवाले का इंटरव्यू हमें मिला, जिसने विकास दुबे को थप्पड़ मारा था। इंटरव्यू से पता चलता है कि इस पुलिसकर्मी का नाम विजय राठौड़ है। नवभारत टाइम्स वेबसाइट की खबर के अनुसार भी विकास को थप्पड़ जड़ने वाले पुलिसकर्मी का नाम विजय राठौड़ ही बताया गया है। यानी वायरल मैसेज में विकास दुबे को थप्पड़ मारने वाले पुलिसकर्मी का नाम गलत बताया गया है।
- तीसरा दावा – विकास दुबे को गिरफ्तार करने वाली उज्जैन की थाना प्रभारी का नाम रूबी यादव है। दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 9 जुलाई की एक खबर है। खबर से पता चलता है कि विकास दुबे की गिरफ्तारी के समय उस क्षेत्र के थाना प्रभारी अरविंद सिंह तोमर थे। उन्हें एक दिन पहले ही महाकाल थाने के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस तरह वायरल मैसेज में दिया गया थाना प्रभारी का नाम (रूबी यादव) भी गलत है।
- दैनिक भास्कर की 11 जुलाई की खबर से पता चलता है कि रूबी यादव महाकाल मंदिर की सुरक्षा प्रभारी का नाम था।
निष्कर्ष: विकास दुबे केस से जुड़े वायरल मैसेज में विकास को थप्पड़ मारने वाले पुलिसकर्मी और थाना प्रभारी का नाम गलत है।