- फिलोनिस फ्लॉयड ने यूएन में कहा- मैं आपसे मेरे भाई, मुझे और अमेरिका में रह रहे अश्वेत लोगों की मदद करने की अपील करता हूं
- यूएन मानवाधिकार परिषद के हाई कमिश्नर मिशेल बैचलेट ने कहा यूएन सदस्य देश गुलामी और सामंतवाद की प्रथा को खत्म करें
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दैनिक भास्कर
Jun 18, 2020, 04:33 PM IST
जेनेवा. अमेरिका में पुलिस हिरासत में मरने वाले जॉर्ज फ्लॉयड के भाई फिलोनिस फ्लॉयड बुधवार को वीडियो लिंक के जरिए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की चर्चा में शामिल हुए। इसमें उन्होंने कहा कि मेरे भाई की मारने-पीटने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। जैसा कि देखा गया वह अफसर को रुकने के लिए कहता रहा, लेकिन हम अश्वेतों को वही पुराना सबक सिखाया गया। अमेरिका में अश्वेतों की जिंदगी मायने नहीं रखती। ऐसे में अफ्रीकी अमेरिकी लोगों की रक्षा की जाए।
जॉर्ज फ्लॉयड को 25 मई को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद एक श्वेत पुलिस अफसर ने करीब 9 मिनट तक उसकी गर्दन घुटने से दबाए रखा था। बाद में उसकी मौत हो गई। इसके बाद से दुनिया भर में अश्वेतों के समर्थन में प्रदर्शन शुरु हो गए। यूएन ने बुधवार को नस्लभेद पर अर्जेंट चर्चा की।
फिलोनिस ने स्वतंत्र आयोग गठित करने की मांग की
फिलोनिस ने कहा, यूएन में ताकत है कि मेरे भाई फ्लॉयड को इंसाफ दिला सके। मैं आपसे मेरे भाई, मुझे और अमेरिका में रह रहे अश्वेत लोगों की मदद करने की अपील करता हूं। उन्होंने फ्लॉयड की मौत के लिए एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय आयोग गठित करने की मांग भी की।
यूएन ने कहा- प्रदर्शन पीढ़ियों के दर्द का नतीजा
यूएन मानवाधिकार परिषद की हाई कमिश्नर मिशेल बैशलेट ने कहा कि फ्लॉयड की बिना वजह पुलिस हिरासत में मौत हुई। फ्लॉयड की मौत ने दशकाें से नजरअंदाज किए गए लोगों की बातों को सामने ला दिया है। इसके बाद शुरू हुआ प्रदर्शन कई पीढ़ियों के दर्द का नतीजा है। मिशेल ने यूएन सदस्य देशों से गुलामी और सामंतवाद की प्रथा को खत्म कर सुधार लाने की अपील की।