- ऑफिस में बात करते वक्त भी एक तय दूरी बनाकर रखें और मास्क लगाएं
- कोरोना से उबरने के बाद भी मास्क जरूर लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
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दैनिक भास्कर
Jun 11, 2020, 07:11 PM IST
नई दिल्ली. क्या कोरोनावायरस से उबर चुके लोगों में दोबारा संक्रमण का खतरा है, क्या उन्हें अब भी मास्क लगाने की जरूर है, अनलॉक में मॉर्निंग वॉक पर जाते समय क्या सावधानी बरतें…। ऐसे ही कई सवालों का जवाब लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. मधुर यादव ने आकाशवाणी को दिए हैं। कोरोना से जुड़े सवालों पर एक्सपर्ट के जवाब…
#1) क्या वायरस से ठीक हो चुके लोगों में दोबारा संक्रमण का खतरा है?
अभी तक ऐसे प्रमाण नहीं मिले हैं, जो साबित करें कि दोबारा संक्रमण नहीं होता। लेकिन हां, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों में बनने वाले एंटीबॉडी पर शोध जरूर चल रहा है। शरीर में एक बार एंटीबॉडी बनने पर इंसान संक्रमण से कितना बच रहा है और एक बार संक्रमित होने के बाद उसकी इम्युनिटी कितने दिन तक रहती है, इस पर भी रिसर्च जारी है। लेकिन सभी को सावधानी बरतनी जरूरी है।
#2) अनलॉक में जो लोग मॉर्निंग वॉक पर जा रहे हैं वो कितनी सावधानी रखें?
यह अनलॉक लोगों के बाहर जाने के लिए नहीं है बल्कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए है। अगर बाहर जा रहे हैं तो मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। भीड़ से बचें। अगर ऑफिस नहीं जाना है तो घर से कतई न निकलें। संक्रमण का खतरा अभी ज्यादा है। दवाई या कोई इलाज अभी नहीं है। अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है, इसलिए अपना बचाव करें।
#3) रेमडेसिवीर दवा की कम्पनी ने भारत की कम्पनियों से गठजोड़ किया है, यह कितना प्रभावी है?
इस दवा को लेकर कई ट्रायल हुए हैं। जैसे पहले हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का हुआ था। लेकिन अभी तक कोई ऐसा शोध नहीं आया जिसमें एंटी वायरल दवा को बहुत फायदेमंद बताया गया हो। इससे इतना फायदा भी नहीं हुआ कि इस दवा का नियमित प्रयोग किया जा सके।
#4) ऑफिस में अक्सर लोग साथ बैठकर खाते-पीते उठते-बैठते हैं, यह कितना सही है?
जरूरी नहीं कि सभी चीजों के लिए नियम कानून लाया जाए। यह तो खुद से ध्यान रखना है कि वायरस का संक्रमण एक-दूसरे के सम्पर्क में आने से होता है। इसलिए ऑफिस में साथ खाना-पीना बंद कर दें। बात करते वक्त एक तय दूरी बनाकर रखें और मास्क लगाएं।
#5) क्या वायरस से ठीक हो चुके लोगों को मास्क लगाने की जरूरत है?
अगर कोई मरीज ठीक होकर घर आ गया है तो ये मतलब नहीं है कि वह बिना मास्क लगाकर रहे। ठीक हुए शख्स को भी मास्क लगाना है और लोगों से मिलते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। उसे हर जरूरी गाइडलाइन को मानना है।
#5) कोरोना की वैक्सीन कब तक आने की उम्मीद है?
ये काफी समय से सुन रहे हैं कि वैक्सीन बन रही है लेकिन किसी भी वैक्सीन को आने में समय लगता है। उसके कई फेज में ट्रायल होते हैं। उसके बाद इंसानों पर कारगर साबित होती है।
#6) प्लाज्मा थैरेपी कितनी कारगर साबित हो रही है?
अभी प्लाज्मा थैरेपी पर शोध चल रहा है, लिहाजा आंकड़ों के हिसाब से कुछ बता पता मुश्किल है लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि इसे जितने मरीजों को दिया गया है वो ठीक हुए हैं।