- एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगाकर की खुदकुशी कर ली
- सुशांत कई महीनों से तनाव में थे और पिछले 6 डिप्रेशन का इलाज करवा रहे थे
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दैनिक भास्कर
Jun 14, 2020, 06:46 PM IST
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार दोपहर बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सुशांत बीते कई दिनों से तनाव में थे और पिछले 6 महीने से डिप्रेशन का इलाज करवा रहे थे।
लॉकडाउन के मौजूदा समय में डिप्रेशन के बीच ऐसी कई खबरें सुनने को मिलती रहती है। यदि कोई हताश महसूस करता है या आत्महत्या करने की बात सोचता है, तो सबसे पहले हमारी कोशिश यही रहती है कि हम किसी तरह उस व्यक्ति की मदद कर सके। इसके लिए हम अपने अनुभवों के आधार पर उन्हें सलाह देते हैं और समाधान ढूंढने की कोशिश करते हैं।
इन हेल्पलाइन नंबर्स की ले सकते हैं मदद
मानसिक तनाव या खुदकुशी के बारे में सोच रहे व्यक्तियों के लिए ऐसी कई स्वयंसेवी संस्थाएं और अस्पताल है, जो आत्महत्या के लिए प्रेरित हो रहे व्यक्ति की मदद कर रही हैं। हेल्पलाइन वह सुविधा है, जो परेशानी में पड़े लोगों को बिना किसी आलोचना के अपनी बातें कहने की सुविधा देती है। फोन कॉल के जरिए उपलब्ध कुछ सुविधा पूरे सप्ताह 24 घंटे और फिर कुछ निर्धारित घंटे उपलब्ध रहती है।
लोकेशन | संस्था – सेंटर | फोन नंबर |
देशभर के लिए | आसरा | 022- 27546669 |
देशभर के लिए | आईकॉल(iCall) | 022-25521111 |
देशभर के लिए |
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ |
18602662345 |
देशभर के लिए | कूज | 8322252525 |
मुंबई | BMC मेंटल हेल्थ | 022- 24131212 |
दिल्ली | संजीवनी सोसायटी फॉर मेंटल हेल्थ | 011-40769002 |
चेन्नई | स्नेहा इंडिया फाउंडेशन | 044-24640050 |
हैदराबाद | रोशनी | 040-66202000 |
आंध्र प्रदेश | I LIFE | 78930-78930 |
कर्नाटक | आरोग्य सहायवाणी | 104 |
तमिलनाडु | स्नेहा | 044-24640050 |
ऐसे करें तनावग्रस्त व्यक्ति की मदद
- यदि कोई व्यक्ति डिप्रेशन से गुजर रहा है और तनाव महसूस कर रहा है, तो उनके लिए बेहतर यही है कि हम शांति से उनकी बात सुने। हताश व्यक्ति किसी से जवाब या समाधान नहीं चाहता। वह बस अपने भय और चिंताओं को व्यक्त करने के लिए एक सुरक्षित स्थान चाहता है, जहां उसकी बात सुनी जाए।
- इस दौरान हमें ना केवल उनकी बातों को सुनना चाहिए, बल्कि वह व्यक्ति जो बता रहा है उसके पीछे की भावनाओं को जानने की भी कोशिश करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति की मदद करने के लिए हमें उनके दृष्टिकोण से चीजों को देखना चाहिए, ना कि अपने दृष्टिकोण से
आप इनमें से कोई बनकर कर सकते हैं मदद
- बात सुनने वाला व्यक्ति- तनाव से जूझ रहा व्यक्ति किसी ऐसे को अपने पास चाहता है, जो उसकी बातें सुनने के लिए वक्त निकाले। कोई ऐसा जो बिना किसी निर्णय, राय या सलाह के सिर्फ उसकी बातों को सुने।
- विश्वासपात्र व्यक्ति- हताशा से भरा व्यक्ति चाहता है कि वह व्यक्ति जो उनकी बातें सुन रहा है, वह उनकी भावनाओं का सम्मान करें और उन पर हावी होने की कोशिश ना करें। वह चाहता है कि जिससे वह अपनी बात कहें, वह उस बात को गुप्त ही रखें।
- ध्यान देने वाला कोई व्यक्ति- मानसिक तनाव से गुजर रहा व्यक्ति अपने पास किसी ऐसे शख्स को चाहता है जो समय रहने पर उसके पास मौजूद हो जो उसे मानसिक तौर पर शांति दे ऐसा व्यक्ति जो अपनी बातों से उसका विश्वास जीत सके और कहे कि वह उसकी परवाह करता है।
तनाव है तो किन चीजों से बचना और बचाना चाहिए
- अकेलापन- डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को जितना हो अकेले रहने से बचाएं। निरस्कार से यह समस्या 10 गुना बढ़ सकती है। यदि आप भी किसी व्यक्ति को मानसिक तनाव से ग्रसित पाते हैं तो उसे अकेलेपन से बचाएं।
- सलाह देना- अक्सर मानसिक तनाव से जूझ रहे लोग अपनी बातें दूसरों को बताने से कतराते हैं। दरअसल वह इस बातचीत के दौरान ‘खुश रहो’ का सुझाव या ‘सब ठीक हो जाएगा’ जैसे आश्वासन से बचना चाहते हैं। वह किसी भी विश्लेषण, तुलना, वर्गीकरण या आलोचना की जगह सिर्फ अपनी बात किसी से कहना चाहते हैं।
- सवाल पूछना- खुदकुशी करने का विचार कर रहा व्यक्ति किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं चाहता वह नहीं चाहता कि जिस विषय पर वह बात कर रहा है, उसे बदला जाए या उसकी बातों को सुनकर कोई उस पर दया दिखाएं या कोई कृपा करें। वह बस अपने मन की बात साझा करना चाहता है।