- ट्रम्प ने हाल ही में कोरोनावायरस और हॉन्गकॉन्ग मामले को लेकर चीन के खिलाफ कई पाबंदियां लगाने की घोषणा की
- ट्रम्प का आरोप है कि कोरानावायरस चीन के लैब में तैयार किया गया, चीन ने महामारी की जानकारी समय पर नहीं दी
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दैनिक भास्कर
Jun 15, 2020, 01:34 PM IST
वॉशिंगटन. अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का एक बयान जारी किया। इसमे चीन पर वादे तोड़ने का आरोप लगाया गया है। बयान में कहा गया- अमेरिका चीन से हमेशा खुले और बेहतर रिश्ते चाहता है। लेकिन, चीन ने हमेशा वादे तोड़े। बयान में कहा गया है कि अमेरिका अपने राष्ट्रीय हितों की सख्ती से रक्षा करेगा।
हाल ही में, ट्रम्प ने कोरोनावायरस और हॉन्गकॉन्ग मामले को लेकर चीन के खिलाफ कई पाबंदियां लगाने की घोषणा की। चीन की संसद ने हॉन्गकॉन्ग में विरोधियों को दबाने और प्रदर्शनों पर रोक लगाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने का प्रस्ताव पारित किया है।
महामारी के चलते तनाव बढ़ा
महामारी को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका ने आरोप लगाया कि महामारी फैलाने का जिम्मेदार चीन है। ट्रम्प का कहना है कि चीन ने दुनिया को कोरोना की जानकारी वक्त पर नहीं। इसकी वजह से दुनिया के लाखों लोगों को जान गंवानी पड़ी। ट्रम्प का आरोप है कि कोरोनावायरस चीन के वुहान लैब में तैयार किया गया। चीन इन आरोपों से इनकार करता रहा है।
चीन ने हॉन्गकॉन्ग की आजादी छीन ली: पोम्पियो
कुछ दिनों पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था- चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अब भी वुहान से फैले कोरोनावायरस की जानकारी छिपा रही है। इससे दुनियाभर में महामारी को रोकने में देरी हुई। वहीं, चीन ने हॉन्गकॉन्ग के लोगों की आजादी बर्बाद कर दी। चीन क्या सोचता है, इसकी बानगी इन दो चीजों से मिल सकती है। चीन दूसरों की बौद्धिक संपत्ति चुराने की कोशिशें कर रहा है। वह दक्षिण चीन सागर में भी अपनी ताकत बढ़ाना चाहता है। ये ऐसे काम हैं, जिसका पूरी दुनिया पर असर पड़ेगा।