दुनिया में अब तक 4 लाख 29 हजार लोगों की मौत, भारत में भी अब तक 9 हजार से ज्यादा की मौत हुई
तमाम देशों में कोरोना से मरने वालों के जनाजों में न लोग उमड़े और न ही परिवार ठीक से शोक मना पाए
Table of Contents
दैनिक भास्कर
Jun 14, 2020, 05:51 AM IST
ग़ालिब ने लिखा था- हमने माना कि तगाफुल * न करोगे लेकिन, खाक हो जाएंगे हम तुमको खबर होने तक … (*तगाफुल – नजरअंदाज करना ) …वाकई, आज कोरोना से मरने वालों की यही हालत है। चाहकर भी लोग अपनों को वक्त से पहले अलविदा कहने को मजबूर हैं। और लाचारी ऐसी कि, न तो आखिरी बार चेहरा देख पाते हैं और न ही ठीक से सुपुर्द-ए-खाक कर पाते हैं।
दुनियाभर में हालात और ज्यादा मनहूस होते जा रहे हैं। लोग जीते जी कोरोना के संक्रमण से नहीं बच पाए और मरने के बाद लाशों को दफनाने के लिए जगह कम पड़ गई है। लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील के हालात ऐसे ही हैं। यहां के शहर साओ पाउलो में तीन साल पुरानी कब्र को खोदकर हडि्डयां निकाली जाएंगी और नई लाशों को दफनाया जाएगा।
दुनियाभर से ली गईं अपनों से अंतिम विदाई की 10 फोटो जो बताती हैं कि इस दर्द की इंतेहा नहीं।