- पीएम ने लॉकडाउन के दौरान सामाजिक कार्यां से जुड़े अनुभव की जानकारी ली, कोरोनाकाल में मोदी की काशी के लोगों से तीसरी वर्चुअल मुलाकात
- मोदी ने कहा- एक्सपर्ट कह रहे थे कि कोरोना से भारत में हालात बिगड़ जाएंगे, लेकिन लोगों के सहयोग से भी आशंकाएं ध्वस्त हो गईं
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दैनिक भास्कर
Jul 09, 2020, 02:18 PM IST
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी के स्वयंसेवी संगठनों से बात की। इस दौरान अलग-अलग संगठनों ने कोरोनाकाल में किए गए सामाजिक कार्यों की जानकारी प्रधानमंत्री को दी। इस दौरान ने मोदी यूपी में कोरोना कंट्रोल करने और कोरोनाकाल में योगी सरकार द्वारा किए गए कामों को भी सराहा। मोदी ने कोरोनाकाल में लोगों की मदद के लिए केंद्र की ओर से उठाए गए कदमों को भी बताया।
मोदी ने कहा, ”सौ साल पहले ऐसी ही भयानक महामारी हुई थी। तब भारत में इतनी जनसंख्या नहीं थी। लेकिन उस समय भी दुनिया में जहां सबसे ज्यादा लोग मरे उनमें भारत भी था। इस बार जब महामारी आई तो एक्सपर्ट कह रहे थे कि इस बार भी भारत के हालात बिगड़ जाएंगे। उत्तर प्रदेश को लेकर लोगों में और भी ज्यादा आशंकाएं थी। लेकिन आपके सहयोग ने सारी आशंकाओं को ध्वस्त कर दिया। ब्राजील की आबादी उत्तर प्रदेश के जितनी ही है। वहां 65 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। जबकि, उत्तर प्रदेश ने न सिर्फ संक्रमण की गति को काबू में किया हुआ है, बल्कि जिन्हें कोरोना हुआ है, वे भी तेजी से ठीक हो रहे हैं। इसकी बहुत बड़ी वजह आप सभी लोग हैं।”
80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहे हैं
मोदी ने कहा, ”केंद्र सरकार ने भी निरंतर प्रयास किया है कि इस समय में सामान्य जन की पीड़ा को कम करने की लगातार कोशिश की जाए। गरीब को राशन मिले, उसके पास रोजगार हो, वो अपने काम के लिए ऋण ले सके। इस सब के लिए हमने काम किया। 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। इसका लाभ काशी के लोगों को भी हो रहा है। इस योजना को अब नवंबर अंत तक यानी दीपावली और छठ पूजा तक बढ़ा दिया गया है। हमारी कोशिश है कि किसी गरीब को खाने-पीने की दिक्कत ना हो। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को पिछले तीन महीने से मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जा रहा है।”
काशी में लॉकडाउन के दौरान 100 से अधिक संगठनों ने किया काम
मोदी जिन संगठनों से मिले उन्होंने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को समय से भोजन उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन को भरपूर सहयोग प्रदान किया था। अलग- अलग क्षेत्र की 100 से अधिक संस्थाओं ने अपने स्तर से तथा वाराणसी जिला प्रशासन के फूड सेल के माध्यम से लॉकडाउन की अवधि में लगभग 20 लाख फूड पैकेट्स और 2 लाख राशन किट्स का वितरण किया। भोजन वितरण के अलावा इन संस्थाओं ने सैनिटाइजर और मास्क आदि का वितरण जैसे अन्य सामाजिक कार्य भी किए। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी को कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित किया गया है।
कोरोनाकाल में काशी के लोगों से मोदी की तीसरी वर्चुअल मुलाकात
पीएम मोदी ने लॉकडाउन में काशीवासियों से दो बार बात की थी। 19 जून को वाराणसी में चल रहे विभिन्न विकास परियोजनाओं को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की थी। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के ले-आउट को ड्रोन वीडियो के माध्यम से दिखाया गया। वाराणसी के अधिकारियों ने कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन पर किए गए प्रयासों को लेकर भी चर्चा की थी। उसके बाद पीएम मोदी ने 26 जून को आत्मनिर्भर उत्तरप्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया। यहां के कमिश्नरी के एनआईसी हॉल में स्माल एंड मीडियम इंडस्ट्री से जुड़े 4 लोगों को अभियान के तहत डमी चेक दिया गया, ताकि वो अपने उद्योग को बढ़ाकर प्रवासियों को रोजगार दे सकें।