- हर रोज करीब 20 हजार लोग कोरोना पॉजिटिव मिल रहे, ऐसा ही रहा तो अगले तीन दिनों में रूस से भी ज्यादा मामले भारत में होंगे
- अमेरिका में सबसे तेज 86 दिनों में 6 लाख संक्रमित मिले, भारत में 154 दिन में इतने मरीज मिले
- देश में अब तक 3.57 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हुए, 5 लाख से ज्यादा मरीजों वाले देश में रूस का रिकवरी रेट सबसे बेहतर
Table of Contents
दैनिक भास्कर
Jul 01, 2020, 10:37 PM IST
नई दिल्ली. देश में कोरोनावायरस मरीजों का आंकड़ा बुधवार को 6 लाख के पार हो गया। सिर्फ 5 दिन में ही कोरोना मरीज 5 लाख से बढ़कर 6 लाख हो गए। 26 जून को संक्रमितों की संख्या 5 लाख के पार हुई थी। देश में 30 जनवरी को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके 110 दिन बाद यानी 10 मई को यह संख्या बढ़कर एक लाख हुई।
फिर संक्रमण की रफ्तार में इतनी तेजी हो गई कि महज 15 दिनों में ही आंकड़ा 2 लाख के पार हो गया। इसके बाद संक्रमितों की संख्या 2 से बढ़कर 3 लाख होने में महज 10 लगे। 3 से 4 लाख मामले होने में 8 दिन और 4 से 5 लाख मामले होने में 6 दिन लगे। अब 5 से 6 लाख मामले होने में केवल 5 दिन लगे।
मतलब अब हर 5 दिन में एक लाख नए केस सामने आ रहे हैं। अगर यही रफ्तार रही तो अगले तीन से चार दिनों में भारत, रूस को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा संक्रमित देश हो जाएगा।
154 दिनों में 6 लाख केस सामने आए
अन्य देशों के मुकाबले में भारत में कोरोना की रफ्तार अभी भी धीमी है। अमेरिका में सबसे तेज 86 दिनों में 6 लाख से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। भारत में इतने मामले होने में 154 दिन लगे। यह तब है जब भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है। हालांकि, अब यह रफ्तार अन्य देशों के मुकाबले काफी तेज हो गई है। दुनिया में भारत इकलौता देश रह गया है, जहां संक्रमण के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं।
अमेरिका में सबसे कम 86 दिन में 6 लाख केस आए, सबसे धीमी रफ्तार भारत की
देश | तारीख | कितने दिन में 6 लाख संक्रमित |
अमेरिका | 16 अप्रैल | 86 दिन |
ब्राजील | 04 जून | 100 दिन |
रूस | 24 जून | 146 दिन |
भारत | 01 जुलाई | 154 दिन |
अब हर दो से ढाई दिन में 50 हजार मरीज मिल रहे
देश में 6 मई को कोरोना मरीजों का आंकड़ा 50 हजार था। मतलब देश में संक्रमण की शुरुआत से लेकर 50 हजार मामले होने में 98 दिन लगे। इसके बाद रफ्तार तेज हो गई। अगले 50 हजार मामले महज 12 दिन में सामने आए।
एक से 1.5 लाख मामले होने में 8 दिन और 1.5 से 2 लाख मरीज अगले 7 दिन मिले। अब हर पांच दिनों में 50 हजार मामले आ रहे हैं। 2 लाख से 2.5 लाख केस होने में 5 दिन और 2.5 से 3 लाख केस होने में महज 5 दिन लगे।
3 से 3.5 लाख मामले होने में 4 दिन और फिर 3.5 से 4 लाख मामले होने में भी 4 दिन ही लगे। फिर हर तीन दिन में 50 हजार नए मामले मिलने लगे। अब यह समय घटकर केवल दो से ढाई दिन हो गया है। मतलब अब हर ढाई दिन में 50 हजार संक्रमित पाए जा रहे हैं।
देश में 59% मरीज ठीक हुए, रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा
दूसरे देशों के मुकाबले भारत का रिकवरी रेट काफी बेहतर है। यहां अब तक 6 लाख मरीजों में से 3.57 लाख ठीक भी हो चुके हैं। रिकवरी रेट 59.40% है। मतलब हर 100 में से 59 मरीज ठीक हो रहे हैं। 6 लाख से ज्यादा संक्रमितों वाले देश में सबसे बेहतर रिकवरी रेट रूस का है। यहां 64.62% मरीज ठीक हो चुके हैं। सबसे कम रिकवरी रेट अमेरिका का है। यहां अभी तक 41.66% मरीज ही ठीक हुए हैं।
मरीजों के ठीक होने के मामले में रूस सबसे बेहतर, भारत दूसरे नंबर पर
देश | कुल संक्रमित | रिकवरी रेट |
अमेरिका | 27.45 लाख | 41.66 |
ब्राजील | 14.26 लाख | 55.36 |
रूस | 6.54 लाख | 64.62 |
भारत | 6.2 लाख | 59.40 |
* सोर्स : https://www.worldometers.info/
* ये उन देशों की सूची है जहां 6 लाख से ज्यादा संक्रमित हैं।
देश में सबसे ज्यादा संक्रमण और मौतें महाराष्ट्र में हुईं
देश में कोरोना का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिला। 6 लाख संक्रमितों में 29.94% मरीज केवल महाराष्ट्र से हैं। तमिलनाडु देश का दूसरा सबसे संक्रमित प्रदेश है। यहां 15.62% मरीज हैं। देश की राजधानी दिल्ली तीसरा सबसे ज्यादा संक्रमित प्रदेश है। देश के कुल संक्रमितों में 14.91% मरीज दिल्ली से हैं।
सबसे कम कोरोना पॉजिटिव मरीज मेघालय में हैं। यहां अब तक 55 लोग ही संक्रमित पाए गए हैं। दूसरे नंबर पर सिक्किम है। यहां 88 मरीजों की पुष्टि हुई है। देश में अब तक 17,786 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 45.27% लोग महाराष्ट्र से थे। मरने वालों में दिल्ली के 15.75% और गुजरात के 10.39% लोग थे।