- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, दोनों कर्मचारी हाईकमीशन में ड्राइवर हैं, उन्हें इस्लामाबाद के एक पेट्रोल पंप से अगवा किया गया
- दोनों की आंखों पर पट्टी बांधकर उन्हें अनजान जगह ले जाया गया, दूसरे कर्मचारियों से ऐसे ही सलूक की धमकी दी गई
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दैनिक भास्कर
Jun 16, 2020, 01:42 PM IST
इस्लामाबाद/नई दिल्ली. पाकिस्तान में सोमवार सुबह अगवा किए गए और शाम को छोड़े गए भारतीय हाईकमीशन के दो कर्मचारियों को वहां टॉर्चर किया गया था। यह जानकारी न्यूज एजेंसी ने दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद के एक पेट्रोल पंप से 15 या 16 लोगों ने इन्हें अगवा किया। आंखों पर पट्टी बांधकर अनजान जगह ले जाया गया। वहां लाठी, डंडों और मुक्कों से पिटाई की गई। उनको मजबूर किया गया कि वो यह कबूल करें कि उन्होंने अपनी कार से एक्सीडेंट किया है।
भारत के दबाव के बाद इन्हें शाम को छोड़ दिया गया। इसके पहले उन्हें टिटेनस का इंजेक्शन भी लगाया गया। धमकी दी गई कि बाकी कर्मचारियों के साथ भी यही सलूक किया जाएगा।
पेट्रोल पंप से अगवा किया गया
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कर्मचारी सोमवार सुबह 8.30 से 8.45 के बीच इस्लामाबाद के एक पेट्रोल पंप गए थे। वहां 15 से 16 लोगों ने उन्हें घेर लिया। पहले इनके हाथ बांधे गए। बाद में आंखों पर पट्टी बांधी गई। अपहरण करने वाले 5 या 6 गाड़ियों में आए थे। दोनों कर्मचारियों को अनजान जगह ले जाया गया।
कई वीडियो बनाए
अगवा करने वाले हथियारों से लैस थे। कर्मचारियों से पूछताछ की गई। इस दौरान रॉड और लाठियों के अलावा उन्हें मुक्कों से भी पीटा गया। कई वीडियो बनाए गए। इनसे करीब 5 घंटे पूछताछ हुई। हमलावर बार-बार भारतीय हाईकमीशन के दूसरे कर्मचारियों और उनके काम के बारे में पूछ रहे थे। कर्मचारियों को धमकी दी गई कि बाकी कर्मचारियों के साथ भी इसी तरह का सलूक किया जाएगा। बाद में कर्मचारियों का मेडिकल चेकअप कराया गया। इस दौरान टिटेनस का इंजेक्शन भी लगाया गया।
शरीर पर मारपीट के निशान
सूत्रों के मुताबिक, दोनों कर्मचारियों चेहरे, गर्दन और शरीर के बाकी हिस्सों पर मारपीट के निशान हैं। हालांकि, कोई भी चोट ऐसी नहीं है जिससे जान का खतरा हो।