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  • पॉलिमर तैयार करने वाली नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा- यह रसायन वाले पेस्टिसाइड का विकल्प बनेगा
  • शोधकर्ताओं के मुताबिक, पेस्टिसाइड्स के प्रयोग से तैयार होने फसल से शारीरिक और आर्थिकतौर पर नुकसान हो रहा

दैनिक भास्कर

Jun 08, 2020, 09:56 PM IST

आमतौर पर पेस्टिसाइट का प्रयोग फसल में लगने वाली फफूंद रोकने में किया जाता है। इसमें कई तरह के केमिकल होते हैं जो पौधों को जहरीला भी बनाते हैं। इसके विकल्प के तौर पर ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने ऐसा पॉलिमर स्प्रे तैयार किया है जो फसल को बिना नुकसान पहुंचाए हानिकारक फफूंद को कंट्रोल करेगा। इस पॉलिमर में एक्रेलिक प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है जो फफूंद को ब्लॉक करता है और पौधों की सतह पर टिकने से रोकता है।

ऐसे काम करेगा पॉलिमर
शोधकर्ताओं के मुताबिक, पॉलिमर को स्प्रे के रूप में पौधों पर डाला जाएगा, यह पौधों पर पहुंचते ही एक लेयर बनाएगा जिससे फफूंद पौधों को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी और न ही उसकी सतह पर टिक पाएगी। यह पॉलिमर फफूंद को खत्म नहीं करता है सिर्फ पौधों को इससे बचाता है।

फफूंद को कंट्रोल करना जरूरी
रिसर्च करने वाली नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता प्रोफेसर सिमॉन एवरी के मुताबिक, इस समय फफूंद को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। यह आर्थिक तौर पर भी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाती है। पेस्टिसाइट के इस्तेमाल से तैयार फसल इंसानों को शारीरिकतौर पर नुकसान पहुंचा रही हैं। 

प्रोफेसर सिमोन पिछले कई सालों से नई तकनीक की मदद से फफूंद रोकने के लिए रिसर्च कर रहे हैं।

बिना जहरीला बनाए फसल को बचाने की तैयारी
प्रोफेसर सिमॉन एवरी का कहना है कि हमने एंटी-अटैचमेंट तकनीक विकसित की है जो इस समय की जरूरत है। आमतौर पर पेस्टिसाइड्स में मौजूद रसायन का असर फसल पर दिखता है। रसायन के कारण फसलों में जहरील तत्व आ जाते हैं। इसके अलावा ये पेस्टिसाइड्स काफी महंगे होते हैं जो फसल की कीमत और भी बढ़ाते हैं। 



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