- चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वु क्यान ने कहा- भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को उकसाया
- चीनी विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प चीन की सीमा में हुई
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दैनिक भास्कर
Jun 25, 2020, 09:05 PM IST
नई दिल्ली/ बीजिंग. चीन ने पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के लिए भारत को एक बार फिर जिम्मेदार ठहराया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वु क्यान ने बुधवार को कहा कि भारत के धोखा देने और उसके एकतरफा उकसावे की वजह से यह घटना घटी। भारतीय सैनिकों ने दोनों देशों के बीच हुए समझौते तोड़े। वे गलवान घाटी में एलएसी पार कर चीन की सीमा में घुस गए और चीनी सैनिकों को उकसाया। सब कुछ एलएसी के पार चीन की सीमा में हुआ।
15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें भारतीय सेना के एक अफसर समेत 20 सैनिक शहीद हुए थे। चीन के कुछ सैनिक भी हताहत हुए लेकिन उसने अभी तक उनकी संख्या सामने नहीं आई है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में चीन के 43 सैनिकों के मारे जाने या घायल होने की बात कही गई है।
‘भारतीय सैनिकों ने बात कर रहे चीनी सैनिकों पर हमला किया’
क्यान ने दावा कि जब चीनी सैनिक सीमा विवाद सुलझाने के लिए बात कर रहे थे तो भारतीय सैनिकों और अफसरों ने अचानक हमला कर दिया। इससे दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई होने लगी। चीनी सैनिकों ने भी अपना बचाव किया। विवाद के बाद चीन और भारत ने सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत कर विवाद सुलझाने की कोशिश की है। बीते सोमवार को दोनों देशों में सेना के कमांडर स्तर की बैठक हुई।
‘टेलीकॉन्फ्रेंस पर दोनों देशों के रक्षा मंत्री बातचीत कर रहे’
क्यान ने कहा कि दोनों देशों के रक्षा मंत्री टेलीकॉन्फ्रेंस के जरिए बात कर रहे हैं। सीमाई क्षेत्रों में शांति और स्थिरता भारत और चीन दोनों के हित में है। चीन उम्मीद करता है कि भारत दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी सहमति को निभाएगा। वह दोनों ओर से हुए समझौतों का सम्मान करेगा। भारत सीमा विवाद से जुड़े मसलों को बातचीत से हल करेगा और शांति कायम करने की कोशिश करेगा।