- एक तरफ विवाद शांत करने के लिए बातचीत चल रही तो दूसरी ओर चीन एलएसी पर लड़ाकू विमान उड़ा रहा
- अगर चीन का कोई विमान एलएसी पार करता है तो एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम उसे तुरंत ध्वस्त कर देगा
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दैनिक भास्कर
Jun 27, 2020, 10:32 PM IST
लेह. चीन की हरकतों के कारण सीमा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। अब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर उसके लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर मंडरा रहे हैं। चीन की यह गतिविधियां एलएसी के 10 किलोमीटर एरिया में जारी हैं। ऐसे में भारत ने भी अब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी कर ली है।
सैन्य सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि एलएसी पर चीन के लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर पर नजर रखने के लिए सेना ने पूर्वी लद्दाख में ‘आकाश’ एडवांस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम तैनात कर दिया है। इससे भारतीय सेना आसानी से चीन की हरकतों पर नजर रख सकती है। ऐसे में अगर चीन का कोई विमान एलएसी क्रॉस करेगा तो उसे एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम तुरंत मार गिराएगा।
तनाव वाले इलाकों में उड़ रहे चीनी विमान
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों यह माना कि मई से ही चीन लगातार लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश में जुटा हुआ है। 15 जून की रात गलवान में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन ने एलएसी पर सेना बढ़ाई है। यही नहीं कई तरह की मिसाइल, हथियार, तोप की तैनाती भी बढ़ा दी है।
चीन की एयरफोर्स ने एलएसी के पास सुखोई-30 जैसे फाइटर प्लेन तैनात किए। सूत्रों ने बताया कि चीन के हेलिकॉप्टर्स एलएसी के बेहद करीब उड़ान भर रहे हैं। इनमें दौलत बेग ओल्डी सेक्टर, गलवान घाटी, पेट्रोलिंग पॉइंट 14, 15, 17 और 17 ए के अलावा पैंगोंग त्सो फिंगर 3 इलाके के नजदीक चीनी विमान देखे गए।
भारत को रूस से हाईटेक एयर डिफेंस सिस्टम मिलेगा
भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में ‘आकाश’ मिसाइलें भी भेजी हैं जो किसी भी तेज रफ्तार एयरक्राफ्ट या ड्रोन को पलक झपकते ही मार गिराने में सक्षम है। पहाड़ी इलाकों में इस्तेमाल के लिए आकाश मिसालों को अपग्रेड किया गया था। इसके अलावा भारत को जल्द ही रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिलने वाला है। यह लंबी दूरी तक हवाई निगरानी करने के साथ ही दुश्मन की मिसाइलों को गिरा सकता है।