- उ.कोरिया और द.कोरिया के बीच बातचीत के लिए 2018 में संपर्क कार्यालय केयसोंग शहर में खोला गया था
- उ.कोरिया ने 16 जून को दक्षिण कोरिया से सभी तरह का संपर्क बंद करने का ऐलान किया था
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दैनिक भास्कर
Jun 16, 2020, 06:50 PM IST
प्योंगयोंग. उत्तर कोरिया की सेना ने मंगलवार को केयसोंग शहर स्थित ऑफिस को बम से उड़ा दिया। यह ऑफिस उ.कोरिया और द.कोरिया के बीच अच्छे संबंध कायम करने के लिए 2018 में खोला गया था। स्थानीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उ.कोरिया की सेना की इस कार्रवाई के बाद इंडस्ट्रियल कॉम्पलेक्स से धुआं उठता नजर आया।
एक दिन पहले ही उ. कोरिया के तानाशाह किमजोंग की बहन किम यो ने दक्षिण कोरिया को सैन्य कार्रवाई की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर द. कोरिया अपनी जमीन से उत्तर कोरिया के खिलाफ हो रहे प्रोपगेेंडा नहीं रोकता है तो मेरी सेना कार्रवाई करेगी। दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए बनाए गए ऑफिस को तबाह कर दिया जाएगा।
यह कार्रवाई अफसोसजनक:द.कोरिया
द.कोरिया ने इस कार्रवाई को अफसोसजनक बताया है। द.कोरिया के अधिकारियों ने कहा, दोनों देशों के बीच 2018 में हुए पन्मुजोम समझौते के तह ऑफिस बनाया गया था। इसे उड़ाने की उ. कोरिया की कार्रवाई एकतरफा है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने और क्षेत्र में शांति कायम करने की उम्मीद खत्म हो गई है। हमारी सरकार यह स्पष्ट करती है कि जो भी कार्रवाई की गई है उसके लिए सिर्फ उ.कोरिया जिम्मेदार है।
द. कोरिया की सीमा से भेजे जा रहे उ. कोरिया विरोधी पर्चे
द. कोरिया के कुछ प्रदर्शनकारी उत्तर कोरिया की नीतियों की आलोचना करे हुए प्रोपगेंडा चला रहे हैं। बलून में उ. कोरिया विरोधी पर्चे भरकर दक्षिण कोरिया भेजे जा रहे हैं। 7 जून से लेकर 12 जून तक तक उत्तर कोरिया में 5 लाख बलून छोड़े गए। इनमें किम जोंग उन की ओर से दी जाने वाली परमाणु हमले की आलोचना करने वाले पर्चे होते हैं। उ. कोरिया मानता है कि दक्षिण कोरिया इन प्रदर्शनकारियों को शह दे रहा है।
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बढ़ा तनाव
पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। उत्तर कोरिया ने 16 जून को दक्षिण कोरिया से सभी तरह का संपर्क बंद करने का ऐलान किया था। उत्तर कोरिया ने कहा था, ‘हम दक्षिण कोरिया से जुड़ी हॉटलाइन समेत सभी कम्युनिकेशन लाइनें बंद कर रहे हैं। वो अब हमारा दुश्मन देश है। दक्षिण कोरिया हमारे खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने वालों को नहीं रोक पाया।’