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- Rescue Team Evacuates 10 People, 9 Feared Trapped; There Was A Fire At Srisailam’s Plant Last Night Due To A Short Circuit
हैदराबाद3 घंटे पहले
तेलंगाना के मंत्री जी जगदीश्वर रेड्डी ने बताया कि हादसा गुरुवार रात करीब 10.30 बजे हुआ। हादसे की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है।
- कृष्णा नदी पर बनाया गया श्रीसैलम डैम तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सीमा पर है
- हादसे के वक्त प्लांट में 19 लोग थे, मारे गए लोगों में डिप्टी और असिस्टेंट इंजीनियर्स भी शामिल
तेलंगाना के श्रीसैलम हाइडल पावर प्लांट में लगी आग के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। लापता सभी 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। रेस्क्यू टीम ने 10 को बचा लिया था। इनमें 6 को अस्पताल में भर्ती किया गया है। फिलहाल हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। हादसे के वक्त प्लांट में 19 लोग मौजूद थे।
नागरकुर्नूल के कलेक्टर एल शर्मा ने कहा- मरने वालों में श्रीनिवास गौड़ (डिप्टी इंजीनियर), वेंकटक राव (असिस्टेंट इंजीनियर), मोहन कुमार (असिस्टेंट इंजीनियर), उजमा फातिमा (असिस्टेंट इंजीनियर), सुंदर (असिस्टेंट इंजीनियर), राम बाबू (प्लांट अटेंडेंट), किरण (जूनियर प्लांट अटेंडेंट) हैं। इनके साथ ही अमरोन बैटरी कंपनी के दो स्टाफ विनेश कुमार और महेश कुमार की भी मौत हो गई।
पीएम मोदी ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
मोदी ने ट्वीट किया- श्रीसैलम हाइडल पावर प्लांट में आग की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है।
Fire at the Srisailam hydroelectric plant is deeply unfortunate. My thoughts are with the bereaved families. I hope those injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2020
मरने वालों के परिवार के सदस्य को नौकरी
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने घटना पर दुख जताया और सीआईडी के अतिरिक्त महानिदेशक (डीजी) गोविंद सिंह को घटना की जांच शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने गौड़ के परिवार को 50 लाख रुपए और अन्य मरने वालों के परिवारों को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। सीएम ने मृतकों के परिवारों में एक-एक नौकरी देने और अन्य विभागीय सुविधाएं देने की भी घोषणा की।
हादसा गुरुवार रात 10.30 बजे हुआ
तेलंगाना के मंत्री जी जगदीश्वर रेड्डी ने बताया कि हादसा गुरुवार रात करीब 10.30 बजे हुआ। पावर सप्लाई भी बंद कर दी गई थी। हम सिंगारेनी कोल माइंस से मदद लेने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे इस स्थिति पर काबू पाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
इस हादसे में 10 लोगों को बचाया गया। इनमें से 6 को अस्पताल में भर्ती किया गया।
प्लांट में धुआं भर जाने की वजह से रेस्क्यू में परेशानी आई।
प्लांट में काफी धुआं भर गया
आग लगने के बाद प्लांट में काफी धुआं भर गया। इसकी वजह से बचाव अभियान में मुश्किल आई। श्रीसैलम डेम कृष्णा नदी पर है, जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की सीमा पर स्थित है। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि वे लगातार अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने मंत्री जगदीश्वर रेड्डी और ट्रांसको-जेंको कंपनी के सीएमडी डी प्रभाकर राव से बात की।