Strange IndiaStrange India


दुबईएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

जमाल खशोगी की हत्या के बाद कुछ मानवाधिकार समूहों ने आरोप लगाया था कि खशोगी की हत्या सऊदी प्रिंस के इशारे पर की गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सऊदी के खिलाफ काफी आक्रोश पनपा था। – फाइल फोटो

  • 2 अक्टूबर 2018 को इस्तांबुल में सऊदी के दूतावास में उनकी हत्या कर दी गई थी
  • 23 दिसंबर 2019 को पांच दोषियों को मौत और तीन को जेल की सजा सुनाई थी

सऊदी कोर्ट ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में पांच दोषियों की मौत की सजा को पलट दिया है। स्टेट मीडिया के मुताबिक, इस मामले में आठों दोषियों को अब सात से 20 साल के बीच जेल की सजा सुनाई गई है।

सऊदी प्रेस एजेंसी ने सरकारी वकील के एक प्रवक्ता का हवाला देते हुए सोमवार को कहा कि पांच दोषियों को 20 साल की जेल और अन्य तीन को 7 से 10 साल की जेल हुई है। आठों दोषियों की पहचान नहीं बताई गई है।

इस फैसले के सुनाए जाने से करीब चार महीने पहले मई में खशोगी के बेटे ने कहा था कि उन्होंने हत्यारों को माफ कर दिया है। खशोगी के बेटे सालाह खशोगी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं शहीद जमाल खशोगी का बेटा हूं। मैं घोषणा करता हूं कि हम अपने पिता की हत्या करने वालों को माफ करते हैं।’’

वहीं, खशोगी की मंगेतर ने कहा था कि माफी का अधिकार किसी को नहीं है। मैं और दूसरे लोग तब तक नहीं रुकेंगे जब तक न्याय नहीं मिलेगा।

खशोगी रॉयल फैमिली के आलोचक थे

जमाल खशोगी वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखते थे। खशोगी रॉयल फैमिली के आलोचक हो गए थे। 2 अक्टूबर 2018 को इस्तांबुल (तुर्की) में सऊदी के दूतावास में उनकी हत्या कर दी गई थी। खशोगी की डेड बॉडी नहीं मिली। इस हत्याकांड के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सऊदी के खिलाफ आक्रोश पनपा था।

इस मामले में राजकुमार के दो सहयोगियों को क्लीन चीट

इस मामले में 23 दिसंबर 2019 को कोर्ट ने पांच दोषियों को मौत की सजा और तीन को 24 साल जेल की सजा सुनाई थी। हत्या में सउदी के राजकुमार के दो सहयोगियों को शामिल होने का भी आरोप था। इनमें राजकुमार के पूर्व सलाहकार सौद अल-काहतानी और इस्तांबुल में सऊदी दूतावास में तैनात काउंसल जनरल मोहम्मद अल-औतेबी को क्लीन चीट दे दिया गया था।

0



Source link

By AUTHOR

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *