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एक घंटा पहले

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  • स्टीफन हॉकिंग को 21 साल की उम्र में हो गई थी लाइलाज बीमारी, लेकिन उन्होंने नहीं हारी और बन गए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों में से एक

दुनिया के बड़े वैज्ञानिकों में से एक स्टीफन हॉकिंग का जन्म ब्रिटेन में 8 जनवरी 1942 को हुआ था। स्टीफन हॉकिंग जब करीब 21 साल के थे, तब उन्हें एक लाइलाज बीमारी हो गई थी। लेकिन, उन्होंने बीमारी की वजह से हिम्मत नहीं हारी। इनका नाम दुनिया से सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों में गिना जाता है। वे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में सैद्धांतिक ब्रह्मांड विज्ञान के निदेशक थे।

स्टीफन हॉकिंग अल्बर्ट आइंस्टीन के बाद सबसे बड़े भौतिकशास्त्री माने गए हैं। कंप्यूटर और अलग-अलग गैजेट्स की मदद से वे अपने विचार व्यक्त करते थे। स्टीफन हॉकिंग ने जीवन में सुख और सफलता पाने के लिए कई सूत्र बताए हैं, अगर इन सूत्रों को जीवन में अपना लिया जाए तो हम कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इनकी मृत्यु 14 मार्च 2018 को हुई थी।

जानिए स्टीफन हॉकिंग के कुछ खास विचार…

इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 1
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 2
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 3
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 4
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 5
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 6
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्कि ज्ञानी होने का भ्रम है, हमें सबसे अधिक महत्व का काम सबसे पहले करना चाहिए 7

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