आईसीएमआर ने बदली जांच की रणनीति: मरीजों से मिले हैं और लक्षण नहीं दिख रहे तो भी 5 से 10 दिन में करानी होगी जांच

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May 19, 2020 #Breaking news, #coronavirus, #coronavirus disease, #Coronavirus in India, #coronavirus infection, #Coronavirus Outbreak, #coronavirus testing, #covid 19, #covid 19 symptoms, #COVID-19 Myth busters, #fever patients and corona test, #Google news, #Hindi News, #ICMR, #ICMR - हैप्पी लाइफ न्यूज़, #important advice from World health organisation, #INDIA, #India news, #India news today, #indian council of medical research, #influenza-like illness, #Today news, #viral corona myths, #World Health Organisation, #इटली, #इटली में कोरोना फैलने का कारण, #इटली में कोरोना वायरस, #ऑफिस में रखें इन बातों का ध्यान होगा कोरोना से बचाव, #कोरोना के लक्षण, #कोरोना महामारी, #कोरोना लॉकडाउन, #कोरोना वायरस, #कोरोना वायरस से बचाव, #कोरोना से कैसे बचें, #कोरोना से बचने के टिप्स हिंदी में, #कोरोना से बचाव के उपाय, #कोविड 19, #कोविड19, #क्या देश में लॉकडाउन अवधि बढ़ेगी, #बुखार के रोगियों की होगी कोविड जांच, #बुजुर्गों की देखभाल, #बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा ज्यादा, #भारत में कोरोना कब खत्म होगा, #भारतीय सर्च इंजन गूगल पर सवाल, #वायरस की रोकथाम कैसे करें, #वायरस से लड़ रहे योद्धाओं को धन्यवाद, #वुहान, #स्वच्छता, #हैप्पी लाइफ समाचार
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  • इंफ्लूएंजा के लक्षण वाले प्रवासियों को अपनी वापसी के 7 दिन अंदर जांच करानी होगी
  • कंटेनमेंट जोन में काम कर रहे स्वास्थ्य और अन्य विभाग के कर्मचारियों को जांच के दायरे में रखा गया है

दैनिक भास्कर

May 19, 2020, 02:26 PM IST

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के जांच की रणनीति बदलने का फैसला किया है। अब ऐसे लोगों की भी जांच की जाएगी जो मरीज के सीधे संपर्क में आए हैं और उनमें लक्षण नहीं दिख रहे, वो भी 5 से 10 दिनों के अंदर। कंटेनमेंट जोन में काम कर रहे कर्मचारियों को जांच के दायरे में रखा गया है।

आईसीएमआर ने अपनी गाइडलाइन में सख्त शब्दों में लिखा है कि टेस्टिंग में कमी के कारण इस इमरजेंसी प्रक्रिया में देरी नहीं होगी। सभी जांच रियलटाइम आरटी-पीसीआर टेस्ट से होंगी। आईसीएमआर के सोमवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, अब 90 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। 

इन 8 तरह के लोगों की होगी जांच

  • ऐसे यात्री जो पिछले 14 दिनों में विदेश से आए हैं और उनमें इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण (बुखार-खांसी और सांस लेने में तकलीफ) दिख रहे हैं।
  • लैब में मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसके सम्पर्क में आए सभी लोगों की जांच की जाएगी।
  • स्वास्थ्य व अन्य अति आवश्यक कामों में लगे कर्मचारी जो कंटेनमेंट जोन में काम कर रहे हैं और उनमें इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण दिख रहे हैं।
  • ऐसे मरीज जो एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन की गंभीर स्थिति से जूझ रहे हैं।
  • कोविड-19 के मरीज के सीधे सम्पर्क में आए ऐसे लोग जिनमें लक्षण नहीं दिख रहे हैं, उनकी मुलाकात के 5 से 10 दिनों के अंदर जांच होगी। 
  • हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले लोग।
  • इंफ्लूएंजा के सभी मरीज और ऐसे लोग जिनमें इसके लक्षण दिखने शुरू हो रहे हैं। 
  • इंफ्लूएंजा के लक्षण वाले प्रवासी या दूसरी जगह से लौटने वाले मजदूर की जांच तबियत खराब होने के 7 दिन के अंदर होगी। 

कौन होते हैं एसिम्पटोमैटिक और सिम्प्टोमैटिक लोग 

  • एसिम्पटोमैटिक  : ये ऐसे मरीज हैं जिनकी रोगों से लड़ने की क्षमता यानी इम्युनिटी अधिक है और कोविड-19 के लक्षण नहीं दिख रहे हैं।
  • सिम्प्टोमैटिक : जिन लोगों में खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे कोविड-19 के आम लक्षण दिख रहे हैं उन्हें सिम्प्टोमैटिक कहते हैं।

20 लाख से अधिक सैम्पल जांचे गए
आईसीएमआर के रिसर्च मैनेजमेंट हेड डॉ. रजनीकांत श्रीवास्तव के मुताबिक, शुक्रवार तक देश में पीसीआर टेस्ट का आंकड़ा 20 लाख पार हो गया। देश में 20 लाख 39 हजार 952 नमूनों की जांच की जा चुकी है। पिछले दो महीनों में जांच करने की क्षमता में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब करीब 1 लाख जांच रोजाना हो रही हैं।

अब 360 सरकारी और 147 प्राइवेट लैब में जांच की सुविधा
डॉ. रजनीकांत के मुताबिक, लॉकडाउन की शुरुआत में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे में एक लैब और दूसरी 100 लैब के साथ जांच शुरू हुई थी। अब 360 सरकारी और 147 प्राइवेट लैब में आरटी-पीसीआर टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है।

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आईसीएमआर की ओर से सोमवार को जारी की गई नई एडवाइजरी।



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