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- PM Modi To Address A Conclave On ‘School Education In The 21st Century’ Under NEP 2020 Today
नई दिल्ली41 मिनट पहले
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनईपी 2020 नए भारत की नई उम्मीदों और नई जरूरतों को पूरा करने का जरिया है।
- प्रधानमंत्री ने कहा- स्टूडेंट्स के लिए मार्कशीट ‘प्रेशर शीट’ और पैरेंट्स के लिए ‘प्रेस्टीज शीट’ बन गई है, एनईपी का फोकस इस दबाव को खत्म करना
- 29 जुलाई को केंद्र सरकार ने 34 साल बाद नई शिक्षा नीति को दी थी मंजूरी, इससे पहले 7 अगस्त और 7 सितंबर को हुए वेबिनार को भी संबोधित कर चुके हैं पीएम
नई शिक्षा नीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीसरी बार संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नई पॉलिसी का मकसद बच्चों में तनाव दूर कर उन्हें खेल-खेल में सिखाना और नई खोजों के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रधानमंत्री ने सीखने के लिए 5 ‘E’ यानी एंगेज (जुड़ाव), एक्सप्लोर (खोजना), एक्सपीरियंस (अनुभव), एक्सप्रेस (अभिव्यक्ति) और एक्सेल (बेहतर होना) का फॉर्मूला दिया। इससे पहले भी मोदी ने 7 अगस्त और 7 सितंबर को नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखे थे।
स्टूडेंट्स के लिए मार्कशीट प्रेशर शीट बन गई है
स्कूल एजुकेशन पर आयोजित सम्मेलन में उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स के लिए मार्कशीट ‘प्रेशर शीट’ और पैरेंट्स के लिए ‘प्रेस्टीज शीट’ बन गई है। हमारे देश में अब तक मार्क्स और मार्कशीट लर्निंग बेस्ड एजुकेशन पर हावी रही है। ऐसे में नई शिक्षा नीति का फोकस इस दबाव को पूरी तरह से खत्म करना है। इसका लक्ष्य बच्चों में डिस्कवरी और एक्टिविटी की भावना को बढ़ावा देना होगा।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के बारे में देश भर के शिक्षकों से #MyGov पर उनके सुझाव मांगे थे। इसके लिए एक हफ्ते में 15 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं। ये सुझाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति को और ज्यादा प्रभावी तरीके से लागू करने में मदद करेंगे।
टीचर्स की भागीदारी पर खुशी जताई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) को लागू करने के अभियान में प्रिंसिपल्स और शिक्षकों के पूरे उत्साह से हिस्सा लेने पर खुशी जताई। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों में मैथमेटिकल थिंकिंग और साइंटिफिक टेंपरामेंट विकसित हो, ये बहुत जरूरी है। मैथमेटिकल थिंकिंग का मतलब केवल यही नहीं है कि बच्चे मैथमेटिक्स (गणित) के प्रॉब्लम ही सॉल्व करें, बल्कि इससे उनके सोचने के क्षमता विकसित (थिंकिंग पावर) होनी चाहिए।
शिक्षा नीति के पीछे कड़ी मेहनत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनईपी 2020 नए भारत की, नई उम्मीदों की और नई जरूरतों को पूरा करने का जरिया है। इसके पीछे चार-पांच सालों की कड़ी मेहनत है। हर क्षेत्र, हर विधा, हर भाषा के लोगों ने इस पर दिन रात काम किया गया है, लेकिन ये काम अभी पूरा नहीं हुआ है। अब तो काम की असली शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति को उतने ही प्रभावी तरीके से लागू करना है। और ये काम हम सब मिलकर करेंगे।
25 सितंबर तक मनाया जा जाएगा शिक्षा पर्व
शिक्षकों को सम्मानित करने और नई शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने के लिए 8 से 25 सितंबर तक शिक्षा पर्व मनाया जा रहा है। पीएमओ ने बताया कि एनईपी के कई पहलुओं पर वर्चुअल कॉन्फ्रेंस, विभिन्न वेबिनार और कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है, जिसे पिछली शिक्षा नीति 1986 के 34 साल बाद घोषित किया गया है।
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