इंदौर5 मिनट पहले
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दैनिक भास्कर इंदौर का आज का मास्टहेड। पहली बार किसी अखबार का मास्टहेड स्क्रैप मेटल आर्टिस्ट ने तैयार किया है।
इंदौर के पाठकों के बीच गुरुवार सुबह 128 पेज का दैनिक भास्कर अखबार पहुंचा। इसकी थीम थी- आत्मनिर्भर इंदौर। भास्कर ने इंदौर में 12 साल पहले कायम किए 108 पेज के अखबार के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा है।
यह उपलब्धि न सिर्फ भास्कर समूह के लिए खास है, बल्कि यह भी बताती है कि विज्ञापनदाता फिर से प्रिंट मीडिया की ओर लौट आए हैं। साथ ही विभिन्न कारोबार पटरी पर लौटने लगे हैं।
पहली बार किसी अखबार का मास्टहेड स्क्रैप मेटल आर्टिस्ट ने तैयार किया है। इस अंक में लता मंगेशकर, नीति आयोग के राजीव कुमार, पेटीएम के विजय शेखर शर्मा, नेस्ले इंडिया के सुरेश नारायणन, आदित्य बिड़ला ग्रुप की नीरजा बिड़ला, केंट आरओ के महेश गुप्ता, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कई हस्तियों ने लिखा है।
कोरोना से पहले वाली स्थिति में लौटी न्यूजपेपर इंडस्ट्री
यह संस्करण पाठकों के नजरिए से भी शानदार है। दैनिक भास्कर में हम हर रोज खबरों और जानकारियों को इस तरह से प्रस्तुत करते हैं, जिसे पाठक अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल कर सकें।
देश में न्यूजपेपर इंडस्ट्री अपने भाषाई प्रकाशनों के साथ फिर से कोरोना से पहले वाली स्थिति में लौट आई है। सर्कुलेशन लगभग कोराना से पहले वाले स्तर तक पहुंच गया है। इसके पीछे भारत के नॉन-मेट्रो शहरों की ताकत है। हाल ही में प्रकाशित EY की रिपोर्ट में बताया गया है कि नॉन मेट्रो बाजार ही भारत की रिकवरी को बढ़ावा देंगे। उम्मीद की जा रही है कि ग्राहक ज्यादातर उन कैटेगरीज में खर्च करेंगे जो नॉन मेट्रो में आती हैं। इन बाजारों में टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, वाहन और लाइफस्टाइल पर खर्च करने की ओर ज्यादा झुकाव है।
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